Monday, 29 November 2021

वसंत पंचमी-सरस्वती कृपा प्राप्ती दिन


गायत्री महाशक्ति की सतोगुणी शक्ति को सरस्वती कहते हैं। मानसिक जड़ता मिटाने एवं निर्मल बुद्धि प्रदान करने में विद्या की अधिष्ठात्री इसी महाशक्ति का हाथ होता है। बुद्धि-बैभव की, वाणी की, विद्या की, प्रतिभा की देवी सरस्वती ही है। मस्तिष्कीय क्षमताओं की अभिवृद्धि, बौद्धिक विकास, प्रतिभा प्रखरता, स्मरणशक्ति की अभिवृद्धि, परीक्षा में उत्तीर्ण होने और अच्छे अंक लाने के लिए सरस्वती गायत्री का प्रयोग किया जाता है। • असफलता, निराशा, चिंता और खिन्नता उत्पन्न करने वाली परिस्थितियों पर विजय प्राप्त करके सफलता का आशाजनक वातावरण उत्पन्न करने की स्थिति विनिर्मित करने में सरस्वती शक्ति का विशेष महत्त्व है। सरस्वती गायत्री मंत्र द्वारा विशिष्ट प्रकार की औषधियों से बने हविद्रव्य से हवन करने पर मनोवांछित दिशा में सफलता मिलती है। यज्ञ द्वारा सरस्वती महाशक्ति का आह्वान, अनुमोदन करके उनके अनुदानों से प्रत्येक आयु वर्ग का व्यक्ति लाभान्वित हो सकता है। सरस्वती गायत्री मंत्र इस प्रकार है

" ॐ सरस्वत्यै विद्महे ब्रह्मपुत्र्यै धीमहि, तन्नो देवी प्रचोदयात्।

शुभम भवतु
Dr.Suhas Rokde
Medical Astrologer
www. astrotechlab.com

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