Tuesday, 25 January 2022
Sunday, 9 January 2022
जगातील अब्जाधीशांच्या कुंडलीत प्रभावी ठरतात राशी!
जगातील अब्जाधीशांच्या कुंडलीत प्रभावी ठरतात राशी!
नवी दिल्ली, 6 जानेवारी
जगात अशी एकही व्यक्ती सापडणार नाही जिला श्रीमंत बनण्याची इच्छा नसेल. काही लोक यासाठी रात्रंदिवस कष्ट करतात आणि आपल्या उद्दिष्टांपर्यंत पोहोचतात. बरेच लोक यश आणि संपत्ती याबाबत नशीबाचा मुद्दा मानत नाहीत. पण, फोर्ब्स मासिकाने 2019 च्या यादीनुसार, जगभरातील अब्जाधीशांच्या राशी जाणून पाहिल्या आणि 250 अब्जाधीशांपैकी 27 जणांची राशी तुळ असल्याचे लक्षात आले.
सध्या श्रीमंतांच्या यादीत अमेरिकेतील अब्जाधीश उद्योगपती आणि टेस्लाचे संस्थापक, सीईओ एलन मस्क यांचा बोलबाला आहे. त्यांची संपत्ती 278 अब्ज डॉलर्स असून, त्यांची राशी कर्क आहे. अॅमेझॉनचे संस्थापक जेफ बेजोस यांची राशी मकर आहे. त्यांच्याकडे जवळपास 202 अब्ज डॉलर्सची संपत्ती आहे.
जगातील आघाडीच्या एलव्हीएमएचचे सीईओ बर्नार्ड अरनॉल्ट यांची मिन रास असून, त्यांची संपत्ती 170 अब्ज डॉलर्स आहे. वृश्चिक रास असलेले मायक्रोसॉफ्टचे सहसंस्थापक बिल गेट्स यांच्याकडे 137 अब्ज डॉलर्स संपत्ती आहे.
जगातील धनकुबेरांच्या यादीत लॅरी पेज यांचेही नाव समाविष्ट आहे. त्यांनी सर्गी ब्रिन यांच्यासह गूगलची पॅरेंट कंपनी अल्फाबेट बनविली होती. त्यांची रास मेष आहे. त्यांचे भागीदार सर्गी ब्रिन यांची राशी िंसह आहे. वृषभ रास असलेले फेसबुकचे संस्थापक आणि सीईओ मार्क झुकेरबर्ग यांची एकूण संपत्ती 121 अब्ज डॉलर्स इतकी आहे. 2000 ते 2024 दरम्यान मायक्रोसॉफ्टचे सीईओ राहिलेले स्टीव्ह वॉल्मर यांची स्वत:ची सॉफ्टवेअर कंपनी असून त्यांची राशी मेष आहे. वॉरेन बफेट यांची राशी कन्या असून, ते जगातील सर्वाधिक यशस्वी गुंतवणूकदारांपैकी एक आहेत. त्यांची एकूण संपत्ती 119 अब्ज डॉलर्स आहे.
अभिजित वर्तक
दैनिक तरुण भारत, नागपूर
Sunday, 2 January 2022
अमावस्या और पितरों का संबंध
संयोग : पौष महीना 2 बार होने से इस साल 12 की बजाय 13 अमावस्याएं
अमावस्या और पितरों का संबंध
पंचाग के एक साल में 12 अमावस्या होती है। लेकिन इस साल जनवरी और दिसंबर में फिर पौष महीना होने के कारण 13 अमावस्या होगी। धर्म ग्रंथों में इसे पर्व कहा गया है। इस दिन तीर्थ स्नान के बाद दान और फिर पितरों की विशेष पूजा करने की परंपरा है। जब तिथियों की घट-बढ़ होती है। तब ये पर्व कभी-कभी दो दिन तक भी रहता है। इसलिए जब दोपहर में अमावस्या हो उस दिन पितरों के लिए श्राद्ध-तर्पण किया जाता है। यही जब सूर्योदय के समय हो तो स्नान और दान किया जाता है। इस साल सोमवती अमावस्या का संयोग एक बार और शनैश्चरी अमावस्या का योग 2 बार बन रहा है।
सूर्य की हजारों किरणों में जो सबसे है उसका नाम है। उस अनम की किरण के तेज से ही सूर्य धरती को रोशन करता है। जब उस अमाकरण में स करना है चंद्रमा के होने से उस किरण के जरिये चंद्रमा के उपरी हिस्से से पितर धरती पर आते हैं। इसीलिए आपको की अवस्था तिथि का महत्व है।
इस विशेष संयोग मे तीर्थस्नान और दान का अक्षय फल मिलता है l यह तब योग तब बनते है जब सोमवार शनिवार को अमावस्या होती है l
सोमवार को अमावस्या शुभ होती है l सौम्य वार को पडने वाली अमावस्या शुभ होती है l क्रुर वार को पडनेवाली के साथ अशुभ फल देने वाली होती है l सोमवार मंगलवार शुक्रवार और गुरुवार को अमावस्या होती है उसका फल शुभ होता है वही बुधवार शनिवार और रविवार को अमावस्या अशुभ फल देती है l
अमावस्या और पितरों का संबंध
सूर्य की हजार किरणों में जो सबसे खास है और उसका नाम अमा है l अमा नाम की किरण की तेज से ही सूर्य धरती को रोशन करता है l जब उस अमा किरण में चंद्रमा वास करता है l यानी चंद्रमा के होने से अमावस्या हुई तब उस किरण के जरिए चंद्रमा के ऊपरी हिस्से से पीतर धरती पर आते हैं l इसलिए श्राद्ध पक्ष की अमावस्या तिथि का महत्व है l
क्या करें और क्या नहीं
१) अमावस्या पर सुबह जल्दी उठकर तीर्थस्नान करने की परंपरा है। ये न हो पाए तो घर में ही गंगाजल मिलाकर नहा सकते हैं l इसके बाद संकल्प ले और भगवान की पूज करके जरूरतमंद लोगों खाने की चीजें और कपड़ों का दान दें।
२) अमावस्या तिथि के स्वामी पितृदेव होते हैं और यह दिन पितरों को समर्पित होता है। इसलिए इस पर्व को पूर्वजों का दिन भी कहा जाता है। इस दिन पितरों की संतुष्टि के लिए श्राद्ध-तर्पण भी किया जाना चाहिए। अमावस्या पर जरूरतमंद लोगों को भोजन कराने से यह सीधा पितरों तक पहुंचता है। अगर ऐसा किया जाए तो इससे पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है।
3) इस पर्व पर किसी जरूरतमंद या बेसहारा लोगों को खाना खिलाएं और दान दें। ऐसा करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है। यह दिन बेहद शुभ माना जाता है। इस दिन मांस-मदिव और नशिली चीजों का सेवन बिल्कुल न करें। ऐसा करने से पितृदोष लगता है l
शुभम् भवतु
Read your future with by Dr.Suhas Rokde, Medical Astrologer,
Astrotech Lab
www.astrotechlab.com
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